समानता की भावना (feelings of equality) मनुष्य को मनुष्य के निकट लाती है। हम सब यह बात भली प्रकार से जानते हैं कि आज विश्व में अनेक प्रकार की असमानताएँ हैं। यहाँ अनेक प्रकार के लोग-धनी, निर्धन, स्वस्थ, कमजोर, शिक्षित, अशिक्षित आदि रहते हैं। इन सभी लोगों का अपना एक अस्तित्व है। मानव होने के नाते, सभी को बराबरी का दर्जा दिया जाना आवश्यक है। लेकिन असमानता के कारण अक्सर ऐसा होता नहीं है। जो लोग धनी हैं वे निर्धन को हीन दष्टि से देखते हैं और उसका शोषण करते हैं। ठीक इसी प्रकार स्वस्थ लोग कमजोर लोगों को