कबीर साहेब जी द्वारा जगन्नाथ का मंदिर बनवाना राजा इंद्रदमन ने जितनी बार मंदिर बनवाया समुद्र ने उतनी बार मंदिर तोड़ दिया, फिर कबीर साहेब जी साधु वेश में प्रकट हुए और अपनी परम शक्ति से समुद्र को रोककर जगन्नाथ का मंदिर बनवाया। प्रमाण के लिए आज भी वह कबीर चौरा विद्यमान है जहां बैठकर कबीर साहिब ने समुद्र को रोका था। जगन्नाथ का मंदिर बचाया, जलधि ने करी चढ़ाई। साहेब कबीर के तेज के आगे, फीका पड़ गया भाई ।।